अगर आप भृंगराज (Eclipta prostrata) को सिर्फ बालों के लिए फायदेमंद समझ रहे हैं, तो आप बिल्कुल गलत है। क्योंकि आयुर्वेद में भी भृंगराज का उल्लेख है और बालों के अलावा भृंगराज को अनेक बीमारियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। तो इस वजह से आज के इस लेख में हम आपको भृंगराज के फायदे, नुकसान और उपयोग के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारियां नीचे प्रदान करने वाले हैं।
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भृंगराज के फायदे, नुकसान और उपयोग
भारत को भृंगराज पौधे को बहुत सारे अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे कि, भांगड़ा, थिसल्स, अंगारक, बंगरा, केसूती, अजागारा, माका, ट्रेलिंग अक्लिप्टा आदि। भृंगराज आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग बालों को झड़ने से रोकने के लिए, पकने से रोकने के लिए और बालों को मजबूत बनाने के लिए, लिवर, किडनी और पेट की कई बीमारी के लिए उपयोग किया जाता है।
भृंगराज के फायदे – Bhringraj Benefits in Hindi
1. बालों के लिए जड़ी-बूटी
आमतौर पर पित्त दोष की वजह से कई सारे लोगों के कम उम्र में ही बाल झड़ने लगते हैं या फिर बाल पकने लगते हैं। इस मामले में भृंगराज पत्ते के तेल बनाकर बालों को लगाने से बालों से जुड़ी सभी प्रकार की समस्या दूर हो जाएगी।
2. पाचन शक्ति बढ़ाये
आंतो में होने वाले विषैले पदार्थों की वजह से आपका पाचन शक्ति कमजोर हो सकती है। लेकिन भृंगराज के नियमित सेवन करने से पाचन शक्ति बढ़ने का दावा किया गया है।
3. लीवर की समस्या से राहत
भृंगराज के पत्तों में वेडेलोलैक्टोन, इरसोलिक और ओलिनोलिक एसिड जैसे फाइटोकॉन्स्टिट्यूएंट्स मौजूद होते हैं, जो कि लीवर की समस्या जैसे कि पीलिया को ठीक करने की क्षमता रखता है।
4. दस्त के इलाज में कारगर
भृंगराज में Antispasmodic गुण होता है और इस वजह से अगर किसी को भी बार-बार दस्त की समस्या होती है, तो इससे छुटकारा पाने के लिए भृंगराज पौधे का सेवन करें।
5. बवासीर के लिए फायदेमंद
भृंगराज के पौधे में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जो कि खासतौर पर किसी भी जगह पर सूजन होने पर उसे कम करने में मदद करता है। इस वजह से जो भी व्यक्ति बवासीर का मरीज है, उसे हर दिन 2 बार इसका सेवन करना चाहिए।
भृंगराज के नुकसान – Bhringraj Side Effects in Hindi
- कब्ज के मरीज को भृंगराज का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें मौजूद एंटीस्पास्मोडिक गुण कब्ज में हानिकारक हो सकता है।
- भृंगराज तेल की तासीर ठंडी होती है, जिस वजह से सर्दी के मौसम में इसके तेल से सिर की मालिश करने से बचें।
- भृंगराज रक्त में मौजूद ग्लूकोस के स्तर को कम करता है, जिस वजह से शुगर के मरीज को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
भृंगराज के उपयोग – Bhringraj Uses in Hindi
- भृंगराज पौधे का चूर्ण बनाकर औषधि के रूप में उपयोग करने से ज्यादा फायदा पहुंचता है।
- भृंगराज के पत्तों को मसलकर नारियल तेल के साथ बालों पर लगाए।
- भृंगराज चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर खाने से भी अच्छा होता है।
- दिन में खाना खाने से पहले दो चम्मच भृंगराज का ताजा जूस बनाएं और पानी के साथ मिलाकर पिए।
- भृंगराज में एंटीवायरल गुण पाया जाता है, जो कि रानीखेत नामक घातक बीमारी को ठीक करने में मदद करता है।
आखरी बात
महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान या फिर स्तनपान के दौरान भृंगराज का उपयोग नहीं करना चाहिए, ऐसा बड़े लोगों का कहना है। अगर आप गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, तो बिना डॉक्टर के सलाह के भृंगराज का सेवन ना करें तो अच्छा होगा।
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