बांज का पेड़ या शाहबलूत का पेड़ जिसे आमतौर पर ओक पेड़ के नाम से जाना जाता है, इसे वैज्ञानिक तौर पर Quercus नाम से जाना जाता है। आज के इस लेख के जरिए हम आपको Oak Tree in Hindi के बारे में कुछ मजेदार और रोचक जानकारी देने वाले हैं।
ओक पेड़ के बारे में रोचक जानकारी – Oak Tree in Hindi
1.एक शोध से यह पता लगा है कि ओक पेड़ इंसान से पहले इस धरती पर मौजूद था।
2. इसे ओक पेड़ के अलावा हिंदी में शाहबलूत या फिर बांज के नाम से जाना जाता है।
3. ओक के पेड़ का सामान्य जीवन काल लगभग 180 से 200 के बीच बताया जाता है, लेकिन कुछ 1000 से भी ज्यादा वर्ष तक जिंदा रहते हैं।
4. ओक पेड़ के जीवन काल में लगभग एक करोड़ एकोर्न मिल सकते हैं।
5. एक शोध के मुताबिक अगर एक ओक पेड़ में 10000 एकॉर्न होते हैं, तो उसमें से केवल एक से ही ओक पेड़ बन सकता है, क्योंकि बाकी एकोर्न अन्य जानवर और पक्षी खा जाते हैं।
6. ग्रीक के पौराणिक किताबों में भी ओक के पेड़ का उल्लेख है, जिसमें इसे ग्रीक के देवताओं के राजा जिउस के लिए पवित्र पेड़ कहा गया है।
7. 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश अपना नौसेना के जहाज बनाने के लिए ओक पेड़ की लकड़ी का इस्तेमाल करते थे और आज के जमाने में भी इसका उपयोग फर्नीचर बनाने में किया जाता है।
8. ऐसा कहा जाता है कि ओक पेड़ के पत्ते और फल खाने से कुत्ते, भेड़, बकरियां और घोड़े जैसे जानवर मर भी सकते हैं, कभी कभी इसका जहरीला असर भी होता है।
9. यदि हम पर्यावरण की बात करें तो इसमें ओक का पेड़ बहुत काम का है। क्योंकि इसकी जड़े बहुत मजबूत और फैली हुई होती है, जिस वजह से यह जमीन के अंदर पानी को रोक के रखता है।
10. जैसे कि हमने आपको बताया मनुष्य से पहले ही धरती पर ओक के पेड़ का अवशेष है ऐसा वैज्ञानिकों के सामने आ चुका है। इसके पीछे का सबसे बड़ा राज यह है कि ओक पेड़ के बीज जो कि गोलाकार होते हैं, बाहर से बहुत कठोर होते हैं और इनकी पत्तियों पर भी विशेष प्रकार का एसिड होता है जो कि कीड़ों को मारता है।
11. सबसे पुराना ओक का पेड़ अमेरिका में है, जिससे पेचांग ग्रेट ओक ट्री के नाम से जाना जाता है, इसकी आयु लगभग 2000 वर्ष पुरानी बताई गई है।
12. अन्य पेड़ों की तरह ही दुनियाभर में ओक ट्री की लगभग 600 से भी ज्यादा प्रजातियां मौजूद है।
13. एक औसतन ओक के पेड़ की ऊंचाई लगभग 21 मीटर की होती है और पूरी तरह विकसित होने पर ओक पेड़ की शाखाएं औसतन 15 मीटर तक फैल सकती है।
14. बसंत के मौसम में ओक के पेड़ के ऊपर नर फूल और दूसरा मादा फूल के दो तरह के फूल होते हैं।
15. अखरोट इस पेड़ के फल का नाम है, जिसे अंग्रेजी में एकोर्न भी कहा जाता है। एक औसतन ओक पेड़ को करीब 20 से 50 वर्ष लगते हैं। फल देने के लिए और प्रजातियों के आधार पर इन्हें परिपक्व होने में 6 से 24 महीने लग सकते हैं।
16. एक विकसित ओक ट्री को करीब 100 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। इस वजह से इन्हें उन क्षेत्रों में लगाना चाहिए जहां पर पानी की मात्रा भरपूर हो।
17. ब्रिटेन, जर्मनी, आयरलैंड, अमेरिका, फ्रांस, पोलैंड और रोमानिया जैसे देशों में ओक ट्री को राष्ट्रीय पेड़ का दर्जा दिया गया है।
18. औषधि के रूप में भी ओक के छाल का उपयोग पुराने जमाने से किया जाता था, मुख्य रूप से घाव भरने में इसमें अधिक क्षमता है।
19. दांत दर्द, अल्सर, बढ़ती उम्र और मधुमेह जैसी समस्या के लिए भी ओक का पेड़ बहुत उपयोगी साबित हुआ है।
20. भारत में बलूत की प्रजातियां बेशुमार है, ज्यादातर पूर्वी हिमाचल और पश्चिमी हिमाचल में इनको पाया जाता है।
21. रेगिस्तान में भी ओक की जड़े जमीन की इतनी गहराई तक जा सकती है, जब तक उसे पानी ना मिल जाए।
22. शराब खानों में भी ओक की लकड़ी का इस्तेमाल शराब जमा करने के लिए बैरल के रूप में किया जाता है।
23. बांज के पेड़ का फल मीठा भी होता है और कुछ कड़वे भी होते हैं। इसके अलावा इनका उपयोग टैनिन बनाने के लिए भी किया जाता है, जो कि आगे चलकर चमड़ा पकाने में काम आता है।
24. इस पेड़ के फल पकने के बाद लाल रंग का दिखाई देता है और बीच-बीच में पीला होता है।
25. इस पेड़ की पहचान आसानी से इसके पत्तों या फिर फल को देखकर किया जा सकता है।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह ओक के पेड़ के कुछ रोचक और अद्भुत जानकारी का लेख जरूर पसंद आया होगा।
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